बंद करना

    भवन एवं बाला पहल

    बिल्डिंग एज़ लर्निंग एड (बीएएलए) एक अवधारणा है जिसका उद्देश्य स्कूल भवनों को अधिक बच्चों के अनुकूल और मनोरंजक बनाकर शिक्षा में सुधार करना है। इसमें गतिविधि-आधारित शिक्षा, समावेशी शिक्षा और स्कूल की महंगी भौतिक संपत्तियों का अधिकतम उपयोग करने जैसे विचार शामिल हैं। इस अवधारणा को यूनिसेफ के सहयोग से सेंटर फॉर आर्किटेक्चरल रिसर्च एंड डिजाइन, विन्यास द्वारा विकसित किया गया था।

    BaLA में अद्वितीय त्रि-आयामी स्थान बनाने के लिए भवन के तत्वों को संशोधित करना शामिल है जिनका उपयोग विभिन्न तरीकों से सीखने के लिए किया जा सकता है। ये तत्व आंतरिक और बाहरी दोनों स्थानों, जैसे कक्षाओं, गलियारों और पिछवाड़े में स्थित हो सकते हैं। BaLA शिक्षण सहायता के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं:

    दर्पण: दीवारों पर लंबवत रूप से लगाए जा सकते हैं ताकि बच्चे अपने प्रतिबिंबों में परिवर्तन देखने के लिए उनके सामने आगे-पीछे घूम सकें। दर्पण बच्चों को बाएँ और दाएँ, छवि उलटा और प्रतिबिंब जैसी अवधारणाएँ सिखा सकते हैं।

    कोण: दरवाज़े के शटर के नीचे फर्श और छत पर चिह्नित किया जा सकता है।

    छत के पंखे: लगातार बदलती संरचनाएं बनाने के लिए रंगीन पहियों से रंगा जा सकता है।

    फ़्लैगपोल: बच्चों को समय मापने के तरीके को समझने में मदद करने के लिए उनकी चलती हुई परछाइयों का उपयोग धूपघड़ी के रूप में किया जा सकता है।

    पेड़: मौसम के साथ रंग बदलने वाले पेड़ लगाने से एक आरामदायक आउटडोर सीखने की जगह बन सकती है।